ईर्ष्या
जैसे जिस्म की बीमारी कोरोना ने हर घर में अपनी जड़ें जमा ली थीं और लोगों के जीवन से सुकून खत्म हो गया था एक दहशत सी फैल गई थी की कब कहां से यह लग जाय और चैन सुकून खत्म हो जाय वैसे रूहानी बीमारी ईर्ष्या या जलन हसद आज के समाज में मौजूद है जिसने रिश्तेदारों से दूरियां बढ़ा दी हैं एक दूसरे से लोग अपनी खुशी सही से बांटने से डरने लगे है , आपसी भरोसा और मुहब्बत खत्म होती जा रही हैं यहां तक की लोग गैरों की मदद जरूरत पे कर देते हैं लेकिन अपनो की नहीं। यह हालात हदीसों के मुताबिक हमारी उम्र को घटा रही है और जब तक जीते हैं तकलीफ में जीते हैं , अपनो के होते हुए अकेलेपन में जीते हैं क्यों की इंसानी फितरत यह है की वो अपनो से दूर नहीं रहना चाहता।
अब इस रूहानी बीमारी का इलाज अगर नहीं किया जाय तो नुकसान कोरॉना से कम नहीं है।
हकीकत में हसद एक फितरी एहसास है जैसे लजीज खाने को देख के मुंह में पानी आ जाना और इस एहसास से हमे नहीं लड़ना है यह तो किसी की भी तरक्की देख के हममें आएगा ही ।
मुश्किल तब होती हैं जब इस एहसास के आने के बाद हम खुद पे काबू नहीं रख पाते और सामने वाले का नुकसान करने पे आमादा हो जाते हैं। यह ठीक वैसे ही हुआ की राह में हलवाई की दुकान में रसमलाई देख मुंह में पानी आ गया और खरीद ना पाने की हालत में इस एहसास के नतीजे में हलवाई को मार के रसमलाई खाने लगे।
यही किसी की तरक्की को देख के इस हसद के एहसास के आने पे हम उसका नुकसान करने की जगह अपनी तरक्की करने या अपनी सलाहियातों को बढ़ा के सामने वाले से आगे निकलने की कोशिश करते तो समाज में खुशहाली रहती।
यह हसद ऐसी बुरी शय है की हजरत आदम की औलाद में से एक भाई दूसरे भाई का दुश्मन हो गया और उसकी जान ले ली।
आज भी यह हसद के नतीजे में लोग आपस में ही नुकसान की नीयत से एक दूसरे पे जादू टोना करवा देते है,बेवजह बोल चाल बंद कर देते हैं ,पीठ पीछे गीबत, तोहमत लगाया करते है जबकि यह सब जहन्नम के सीधे रास्ते हैं।
ऐसा करते हुए अपनी और अपने करीबी रिश्तेदारों की खुशियां छीनते हुए उम्र घटाने की वजह बनते हैं और जहन्नम भी खरीद लेते हैं।
दुनिया भी गई और अखीरत भी बर्बाद। इसलिए हम सभी को अक्ल से काम लेते हुए अपने इस हसद , ईर्ष्या के एहसास को काबू करना सीखना चाहिए और जब किसी को अपने से बेहतर पाएं तो खुद को उससे बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
इससे दुनिया में आपसी मुहब्बत कायम रहेगी, रिश्तों में मजबूती होगी , भरोसा कायम रहेगा, उम्र लंबी होगी और अखिरात में कामयाब होंगे।
एस एम मासूम
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