हज़रत अली (अ ) ने फ़रमाया जो आपसे मुहब्बत करे उसे इज़्ज़त दो | हमारी आदत यह है की हमें जिस से फायदा होता दिखता उसी को इज़्ज़त देते हैं...
हज़रत अली (अ ) ने फ़रमाया जो आपसे मुहब्बत करे उसे इज़्ज़त दो |
हमारी आदत यह है की हमें जिस से फायदा होता दिखता उसी को इज़्ज़त देते हैं | जैसे दौलत वाले के पीछे भागना , बड़े बड़े ओहदेदार के पीछे भागना या जिस किसी से कोई काम निकालना हो उसकी तारीफ चाटुकारी करते रहना हमारी आदत में शामिल होता जा रहा है और इन सबके बीच हम उन्हें भूल जाते हैं जो हमसे सचमे मुहब्बत करते हैं और अपनी इसी फितरत के चलते हम एक दिन जब कमज़ोर पड़ते हैं तो इस दुनया में अकेले रह जाते हैं और शिकायते करते रहते हैं दुनिया में कोई किसी का नहीं होता | भाई जब आप के पास ताक़त थी ओहदा था जवानी थी तब आपने मुहब्बत करने वालों की क़द्र नहीं की जिसके नतीजे में आज कमज़ोर पड़ने पे आप अकेले पड़ गए इस सच्चाई को क़ुबूल क्यों नहीं कर लेते |
हमारे समाज का यह एक ऐसा कड़वा सच है जिसे ज़बान से कोई क़ुबूल नहीं करता और इसका एहसास उस वक़्त होता है जब आप कमज़ोर और अकेले पड़ने लगते हैं | लेकिन इस सच को सोशल मीडिया ने खोल के रख दिया और आप हर तरफ चाटुकारी से भरी पोस्ट देख सकते हैं | कोई बड़े ओहदेदार के साथ तस्वीर डाल के शोहरत पाने की कोशिश में हैं तो कोई दौलत मंद के साथ अपने क़रीबी रिश्ते बनाने की कोशिश में लगा है | आपको बहुत कम देखने को मिलेगा की कोई शख्स उसके साथ अपनी तसवीरें शेयर कर रहा हो जो उस से सचमे मुहब्बत करते हैं जैसे माता पिता परिवार वाले , गरीब दोस्त,सच्चे चाहने वाले | हर दुसरी पोस्ट चाटुकारी से भरी हमारे सही मिज़ाज का एलान करती दिखती हैं और इस बात का भी ऐलान की तन्हाई आपसे बहुत दूर नहीं |
हमारे हिंदी ब्लॉगजगत में भी यही बात देखने को मिलती है की अपनी लेखनी की प्रतिभा के दम पे आगे आने की जगह कुछ लोग बड़े ब्लॉगरों के साथ खुद को जोड़ के उनकी चाटुकारी कर के आगे बढ़ना चाहते हैं | और फिर कुछ दिनों बाद अकेले पड़ जाते हैं और हिंदी ब्लॉगजगत को अलविदा कहने पे मजबूर हो जाते हैं |
अगर आप कामयाबी चाहते हैं तो हर इंसान को अपनी पहचान समाज में बड़े बड़े लोगों से खुद को जोड़ के या दौलत मंदों ,ओहदेदारों, मठधीशों की चाटुकारी की जगह अपनी प्रतिभा के दम पे अपनी पहचान बनाने की कोशिश करनी चाहिए | समय लगेगा लेकिन जब आपकी पहचान बनेगी तो वो किसी की मुहताज नहीं होगी | और इसी प्रकार जो शख्स आपसे सच्ची मुहब्बत करे उसे इज़्ज़त दो उसकी तसवीरें अपने साथ डाल के उसे एहसास करवाओ की तुम्हारे पास उसके लिए वक़्त है तुम्हे उसकी मुहब्बत की क़द्र है और यक़ीन रखिये आपकी इस मुहब्बत के इज़हार और इज़्ज़त देने को आपसे सच्ची मुहब्बत करने वाला कभी नहीं भूलेगा और आपकी अंतिम सांसों तक आपका साथ देगा और आप अपने जीवन में कमज़ोर पड़ने पे भी अकेलपन कभी महसूस नहीं करेंगे |
Admin and Founder
S.M.Masoom
Cont:9452060283
COMMENTS