डीजे का शोर एक ऐसा शोर होता है जिसपे इंसान नाचता दिखाई देता है और जो उस समारोह में हिस्सा नहीं ले रहा होता वो अपने कमरे बंद क...
डीजे का शोर एक ऐसा शोर होता है जिसपे इंसान नाचता दिखाई देता है और जो उस समारोह में हिस्सा नहीं ले रहा होता वो अपने कमरे बंद कर के डीजे के आगे बढ़ जाने का इंतज़ार डीजे वालों को कोसते हुए नज़र आया करता है |
बात कुछ भी हो लेकिन डीजे का शोर इंसान के लिए नुकसानदायक होता है और बहुत बार असहनीय हो जाता हिया अगर कोई बीमार हो या हार्ट का मरीज़ हो | इस पे रोक लगाने की बातें भी हुआ करती हैं और बहुत बार रोक लगाने पे डीजे के शोर पे नाचने वालों की तरफ से एतराज़ भी हुआ करते हैं | मेरा खुद का मानना है की इस कर्कश आवाज़ वाले डीजे पे या तो प्रतिबन्ध लगे या फिर इसकी आवाज़ को कम किया जाय जिस से ये किसी के लिए असहनीय न हो पाए |
इंसान तो फिर भी सामाजिक दबाव में आ के बहुत सी बातो को सहन कर जाता है जो उसे नुकसान पहुंचाती हैं लेकिन जानवर तो फिर जानवर है उसका तो मिज़ाज है जो असहनीय हो उसके खिलाफ शोर मचाओ |
कुछ ऐसा ही हुआ महराजगंज थाना क्षेत्र के विझवट गांव में बारात के समय डीजे की आवाज सुनकर हाथी भड़क गया। उसने अपनी सूड़ से डीजे को वाहन समेत गढ्ढे में फेक दिया उसके बाद जमकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया |
हाथी को काबू में करने के लिए लोगो ने उसपर पत्थर ,लाठी और बरछी से प्रहार किया जिसके चलते हाथी बेहोश हो गया और उसे बेडियो में जकड कर बाधा गया |हाथी को काबू में करने के लिए किये गए वार से हाथी इतना घायल हो गया की बुधवार को रात में हाथी उठकर पास में ही एक सूखे तालाब में जाकर लेट गया वही हाथी ने दम तोड़ दिया | मौत की खबर सुनकर वहा भारी संख्या में लोग उमड़ पड़े | आज सुबह जे सी बी से हाथी की कब्र खोदी गयी | जिसके बाद लोगो ने नम आँखों से हाथी को अंतिम विदाई दी | हाथी को दफन करते समय सभी की आँखों से आंसू निकल रहे थे | हाथी के मालिक राम आधार पाण्डेय अपने परिजनों के साथ मौजूद रहे |
हाथी का अंतिम संस्कार |
हाथी तो एक जानवर है उसे ना तो हाथों से अधिक शोर सुनके कान बंद करना आता है और ना ही वो अपने वश में है की दूर चला जाया | उसे तो बस सहना था जो वो सह ना सका और विरोध करने लगा | नतीजे में उसकी जान चली गयी लेकिन हाथी की इस जान जाने का ज़िम्मेदार तो यही इंसानों का शौक़ डीजे है |
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