महिलाओं के साथ बलात्कार का इतिहास बड़ा पुराना है और समाज के सख्त कानून द्वारा इस्पे रोक लगाने की कोशिश हमेशा से होती रही हैं | कभी किसी...
महिलाओं के साथ बलात्कार का इतिहास बड़ा पुराना है और समाज के सख्त कानून द्वारा इस्पे रोक लगाने की कोशिश हमेशा से होती रही हैं | कभी किसी देश ,समाज या धर्म के कानून इस गुनाह को कम करने में कामयाब हो जाते हैं और कभी अचानक ऐसी शर्मनाक घटनाओं में बढ़ोतरी होने की खबरें आने लगती हैं | और धर्म में भी बलात्कार को शर्मनाक बयाता गया है लेकिन इस्लाम में तो इसकी सजा मौत तक है यदि यह अपराध किसी शादीशुदा ने किया हो और शराब तो मुकम्मल तौर पे हराम है |हाँ आज कल पश्चिमी सभ्यता का युवाओं पे असर इतना होने लगा है की यह किसी भी धर्म के कानून को इंद्रियों द्वारा सुख भोगने के चक्कर में माने से इनकार कर देते हैं |इधर कुछ सालों से जब भी बलात्कार की घटनाएँ होती हैं तो उसमे महिलाओं के साथ केवल बलात्कार ही नहीं होता बल्कि दरिंदगी के साथ बलात्कार हुआ करता है | बलात्कार की आजकल जो भी घटनाएँ प्रकाश में आयी हैं उनमे अब बच्चों के साथ बलात्कार की दर भी बढती जा रही है |
मुझे हमेशा से ऐसा लगता रहा कि बलात्कार के कारणों में सबसे अधिक ब्लू फिल्म , शराब और नाईट बार का योगदान रहा है | जिस समाज में महिलाओ का श राब पी के किसी के साथ भी शारीरिक सम्बन्ध बना लेना कोई बड़ी बात नहीं समझी जाती या जहां पोर्न फिल्मो में काम करना कोई बहुत बुरी नज़रों से नहीं देखा जाता वहाँ यह शराब, ब्लू फिल्म और डिस्को का बहुत अधिक बुरा असर शायद न होता हो लेकिन हमारे हिंदुस्तान में आज भी पर स्त्री के साथ शारीरिक सम्बन्ध या बहुत से स्त्री पुरुषों का आपस से शारीरिक सम्बन्ध अच्छी नज़रों से नहं देखा जाता और इसकी इजाज़त हमारा समाज और कानून दोनों नहीं देते | आज इन्टरनेट पे एक आंकड़े के अनुसार २० करोड़ से अधिक पोर्न विडियो इन्टरनेट में पड़े हुए हैं जिन्हें कोई भी डाउनलोड कर के देख सकता है | इन पोर्न विडियो में औरतों के साथ क्रूर, हिंसक व्यवहार , बलात्कार ,कौटुम्बिक व्यभिचार ,बच्चों के साथ यौन सम्बन्ध इत्यादि दिखाए जाते हैं | इन विडियो को देख ने के बाद किसी इंसान का दरिंदा बन जाना कोई आश्चर्य की बात नहीं और उसपर से अगर शराब का साथ हो तब तो सोने पे सुहागा हो जाता है क्यूँ की शराब इंसान की सोंचने समझने की शक्ति को छीन लेती है और इंसान अगर ब्लू फिल्म या अर्धनग्न औरतों को देख के सेक्स के खुमार में हो तो उसे दरिंदा बनने में समय नहीं लगता |
इंदौर के एक अधिवक्ता कमलेश वासवानी ने कोर्ट में दी गयी अपनी अर्जी में कहा की औरतों के खिलाफ जो भी अपराध हो रहे हैं उनकी बहुत हद तक ज़िम्मेदार इन्टरनेट पे आसानी के साथ मौजूद पोर्न साईट हैं | अभी इस पे बहस हो ही रही थी की ईस्ट दिल्ली के गांधी नगर में पांच साल की बच्ची के साथ दरिंदगी से गैंगरेप की खबरें आने लगी और एक बार फिर से इंसानियत शर्मसार होने लगी | पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आयी है की आरोपी मनोज ने बलात्कार के पहले दोस्तों के साथ शराब पी के ब्लू फिल्म दखी | पुलिस को आरोपी मनोज के मोबाइल में कई अश्लील क्लिप भी मिलीं |
क्या यह हमें सोंचने में मजबूर नहीं करता की अभी भी समय है की हिंदुस्तान में शराब पीने और ब्लू फिल्म देखने की इस आज़ादी पे अंकुश लगाया जाए ? शराब. ब्लू फिल्म और रातों में चलने वाले नाईट क्लब हमारे युवाओं को मानसिक रोगी और दरिंदा बनाते जा रहे हैं और अगर हम चाहते हैं की इस बलात्कार और दरिंदगी पे रोक लगे तो आवश्यकता है इसके खिलाफ आवाज़ उठाने की |
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